गर्भावस्था का तीसरा महीना बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस समय न सिर्फ बच्चे की ग्रोथ तेजी से होती है, बल्कि कुछ ज़रूरी जांचें भी की जाती हैं जो आपके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण जानकारी देती हैं। इस ब्लॉग में हम समझेंगे कि तीसरे महीने में कौन से टेस्ट ज़रूरी होते हैं, कौन से लक्षण दिखाई देते हैं और डाइट में क्या शामिल करना चाहिएI

तीसरा महीना क्यों होता है महत्वपूर्ण?

तीसरे महीने में दो मुख्य जांचें बहुत जरूरी होती हैं:


1. एंटी स्कैन (NT Scan)

यह एक विशेष सोनोग्राफी है जो 12 से 13 हफ्तों के बीच की जाती है। इसमें बच्चे की गर्दन के पीछे की पारदर्शी परत (Nuchal Translucency) की मोटाई मापी जाती है।

      • सामान्य NT वैल्यू: 2.5 mm से कम

      • अधिक मोटाई होने पर कुछ जेनेटिक समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है, जैसे:
            • डाउन सिंड्रोम

            • एडवर्ड सिंड्रोम

            • पटाऊ सिंड्रोम

            • टर्नर सिंड्रोम

      यह स्कैन गर्भ में संभावित आनुवंशिक विकारों का शुरुआती संकेत देता है।


      2. डबल मार्कर टेस्ट (Double Marker Test)

      यह एक ब्लड टेस्ट है जिसे NT स्कैन के साथ करवाने की सलाह दी जाती है।

      इन दोनों रिपोर्टों को मिलाकर आपको एक रिस्क रेशियो मिलता है, जिससे पता चलता है कि बच्चे को क्रोमोसोमल डिसऑर्डर का कितना जोखिम है।

      NT Scan + Double Marker = सटीक जेनेटिक रिस्क मूल्यांकन


      तीसरे महीने में होने वाले बदलाव (Symptoms)

      इस महीने में फर्स्ट ट्राइमेस्टर समाप्त होने लगता है, इसलिए कई लक्षणों में सुधार दिखाई देता है:

          • थकान कम होना

          • जी मचलना और उल्टियाँ कम हो जाना

          • खाने की पसंद-नापसंद बदलना

          • एनर्जी लेवल का बढ़ना

        यह महीना माँ के लिए राहत भरा और बच्चे के विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है।


        तीसरे महीने में क्या खाएं? (Diet Recommendations)

        इस समय कैल्शियम, प्रोटीन और आयरन की मात्रा बढ़ाना जरूरी है।

        कैल्शियम और प्रोटीन के लिए

            • दूध

            • दही

            • पनीर

            • अंडे

          ये बच्चे की हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में मदद करते हैं।

          आयरन के लिए

              • हरी पत्तेदार सब्जियाँ

              • अंजीर

              • खजूर

              • ड्राई फ्रूट्स

            आयरन की कमी से एनीमिया का खतरा बढ़ता है, इसलिए आयरन-रिच डाइट बेहद जरूरी है।


            फर्स्ट ट्राइमेस्टर का समापन

            तीसरा महीना पूरा होते ही आपका पहला ट्राइमेस्टर पूरा हो जाता है
            इसके बाद शरीर और बच्चे दोनों में नए, सकारात्मक बदलाव शुरू होते हैं।


            समापन

            तीसरा महीना गर्भावस्था का एक संवेदनशील और महत्वपूर्ण चरण है।
            सही जांच, सही डाइट और सही जानकारी इस समय अत्यंत आवश्यक है।

            अगले ब्लॉग में हम बात करेंगे—
            चौथे महीने में होने वाले बदलाव और नई खुशियों के बारे में!

            धन्यवाद